खाद्य सुरक्षा विभाग के जांच अभियान में गोरखपुर में 3200 से अधिक पेटी एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक मिली। खोराबार स्थित गोदाम में रखी गई इन कोल्ड ड्रिंक्स की एक्सपायरी डेट को खुरच दिया गया था। अधिकारियों ने कोल्ड ड्रिंक को सीज कर लिया है जिसकी कीमत लगभग 12 लाख रुपये है। जांच में यह भी पता चला है कि कुछ कारोबारी लेजर मशीन से एक्सपायरी डेट बदल रहे हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग के जांच अभियान में गुरुवार को तकरीबन 32 सौ पेटी एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक मिली। खोराबार स्थित गोदाम में कोल्ड ड्रिंक की पेटियां रखी गई थीं। एक्सपायरी डेट खुरच दिया गया था। अधिकारियों ने कोल्ड ड्रिंक सीज कर दिया है। इसकी कीमत तकरीबन 12 लाख रुपये है।
सहायक आयुक्त खाद्य डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि खोराबार में जेपी ट्रेडर्स के पास कैम्पा कोला का सीएंडएफ है। यहां एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक बेचने की शिकायत मिली थी। टीम जब गोदाम में पहुंची तो भारी मात्रा में एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक मिली। इनमें से कुछ कोल्ड ड्रिंक अलग रखी हुई थी और कुछ नए के साथ रखी हुई थी।
गोदाम में 200 एमएल पैकिंग की 950 पेटी, 500 एमएल की 670 पेटी, 200 एमएल की आरेंज कोल्ड ड्रिंक 1280 पेटी, 500 एमएल की आरेंज की 255 पेटी कोल्ड ड्रिंक एक्सपायर थी। संचालक को नोटिस जारी कर स्टाक का विवरण मांगा गया है। लाइसेंस में भी कमी पाई गई है। इस मामले में भी नोटिस जारी किया गया है।
इसके बाद डोमिनगढ़ में भी छापा मारा गया। यहां भी भारी मात्रा में एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक मिली। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन तिवारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेंद्र श्रीवास्तव, उमाशंकर सिंह व संतोष तिवारी शामिल थे।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की गोपनीय जांच में पता चला है कि तकरीबन डेढ़ लाख रुपये कीमत की लेजर मशीन खरीद कर कुछ कारोबारी एक्सपायरी डेट को बदल दे रहे हैं। वह नागरिकों को एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक पिलाकर जान से खेल रहे हैं।
जांच में पता चला है कि ज्यादातर कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कंपनियां एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक लेने पर इसके एवज में सिर्फ 50 प्रतिशत की धनराशि वापस करती हैं। यह धनराशि नगद नहीं बल्कि पानी के बोतल के रूप में दी जाती है। इससे कारोबारियों को नुकसान होता है। इस नुकसान की भरपाई के लिए वह एक्सपायरी डेट बदल देते हैं।
जांच में यह भी पता चला है कि महेवा मंडी के एक कारोबारी ने कई एजेंसियों पर फोन कर एक्सपायर कोल्ड ड्रिंक के बारे में जानकारी ली थी और इसकी खरीद का आश्वासन भी दिया था। जांच अधिकारी इसे महत्वपूर्ण सूचना मान रहे हैं।