देहरादून: हाल ही में अमेरिकी सलाहकार दलीप सिंह ने भारत में अपनी यात्रा के दौरान संवाददाताओं से मुलाकात की थी| इस दोरान उन्होंने नयी दिल्ली को आगाह करते हुए कहा था कि यदि चीन एलएसी का उल्लंघन करता है तो भारत यह उम्मीद न रखे कि रूस उसके बचाव में उतरेगा। उनकी इस टिप्पणी पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने आपति जतयी हैं। उनका कहना हैं कि, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक अमेरिकी सलाहकार पिछले दिनों भारत यात्रा पर आए थे, तभी उन्होंने रूस को लेकर भारत की टिप्पणी की थी। वह ठीक नहीं थी|
मंगलवार को भारतीय-अमेरिकी समुदाय के एक प्रमुख नेता ने कहा कि, अमेरिकी सलाहकार दलीप सिंह द्वारा हाल ही में उनके नई दिल्ली दौरे के दौरान की गई की वह टिप्पणी सही नहीं थी, जिसमें उन्होंने भारत को आगाह किया था कि वह इस बात की उम्मीद न रखे कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कुछ होने पर रूस उसके बचाव में आएगा।
भारतीय-अमेरिकी फोरम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. संपत शिवांगी ने पिछले हफ्ते हुई यात्रा के बारे में कहा कि उम्मीद है कि इससे भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।
मिसिसिप्पी में रहने वाले शिवांगी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘भारत में कई लोगों और भारतीय-अमेरिकियों को लगता है कि दलीप सिंह की टिप्पणियां सही नहीं थीं। उम्मीद है कि उनकी टिप्पणी से रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।’
उन्होंने कहा, ‘भारत क्वॉड में अमेरिका का प्रमुख साझेदार है। आने वाले दिनों में दोनों देशों में मजबूत संबंध और पारस्परिक सम्मान व दोस्ती बनी रहेगी।’
राष्ट्रपति जो बाइडन के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने भारत की अपनी यात्रा के दौरान संवाददाताओं से बात करते हुए नयी दिल्ली को आगाह किया था कि यदि चीन एलएसी का उल्लंघन करता है तो भारत यह उम्मीद न रखे कि रूस उसके बचाव में उतरेगा, क्योंकि रूस और चीन के बीच अब साझेदारी की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत की प्रतिक्रिया के संदर्भ में यह बात कही थी।
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