ओएनजीसी चौक पर हुए हादसे में कार चालक तीन युवतियां व बुलेट चालक घायल हो गए। चालक का मेडिकल कराया गया है। इसी ओएनजीसी चौक पर पिछले वर्ष नवंबर में हुए हादसे में छह युवक और युवतियों की मौत हुई थी। नवंबर से अब तक यहां कई हादसे हो चुके हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है
ओएनजीसी चौक के निकट एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ। गढ़ी कैंट क्षेत्र से ओएनजीसी चौक की तरफ आ रही कार बेकाबू होकर पहले डिवाइडर से टकराई और इसके बाद पेड़ से टकरा गई। इस दौरान कार ने एक बुलेट चालक को भी चपेट में ले लिया।
हादसे में कार में सवार तीन युवतियां, कार चालक व बुलेट चालक घायल हुए हैं। हादसे में घायलों को एंबुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया है। उसका मेडिकल कराया जा रहा है।
घटना मंगलवार शाम की है। कार चालक नीरज बोरा निवासी आइटीबीपी सीमाद्वार की तरफ से बल्लीवाला की तरफ आ रहा था। राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (आरआइएमसी) के निकट कार चालक ने अचानक कार से नियंत्रण खो दिया, जिसके कारण बेकाबू कार डिवाइडर को टक्कर मारने के बाद दूसरी दिशा में पहुंचकर पेड़ से टकरा गई।
इस दौरान दूसरी तरफ से आ रहा बुलेट चालक कार से जा टकराया, जिसके कारण वह बुरी तरह से घायल हो गया। कार की गति इतनी तेज थी कि पेड़ से टकराने के बाद कार का टायर ही फट गया। हादसे में घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कार व बुलेट पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
घटनास्थल पर पहुंचे कैंट कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक केसी भट्ट ने बताया कि चालक का कहना है कि ब्रेक लगाने की बजाए एक्सीलेटर पर पांव जाने के कारण कार ने अचानक रफ्तार पकड़ ली। कार की गति इतनी तेज हो गई कि डिवाइजर पर टकराने के बाद दूसरी तरफ पेड़ से टकरा गई। घटनास्थल पर जुटे लोगों का कहना है कि चालक ने शराब पी रखी थी, ऐसे में चालक का मेडिकल कराया जा रहा है। इससे स्पष्ट हो सकेगा कि उसने शराब पी थी या नहीं।
हादसे में यह हुए घायल
- नीरज बोरा निवासी आइटीबीपी सीमा द्वार (कार चालक)
- परी निवासी विजय पार्क
- अन्यया निवासी विजय पार्क
- लतिका निवासी विजय पार्क
- हरीश चमोली निवासी अनार वाला जोड़ी गांव (बुलेट चालक)
बीते वर्ष 11 नवंबर की रात को ओएनजीसी चौक पर भीषण हादसा हुआ था, जिसमें छह युवक-युवतियों की जान चली गई थी जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। ओएनजीसी चौक पर जहां यहां हादसा हुआ, वह नजारा बेहद डरावना था। जगह-जगह क्षत-विक्षत शव पड़े थे। जिसने भी यह नजारा देखा वह हैरान रह गया।
रात को पहुंचे पुलिसकर्मियों ने राहगीरों के साथ सड़क से क्षत-विक्षत शव हटाए और सफाई कराई। सुबह तक वाहन को देखने वालों की भीड़ जुटी रही। इस घटना के बाद भी ओएनजीसी चौक से कैंट चौक के बीच रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मार्ग पर कई हादसे हो चुके हैं।